भारतीय धर्म ग्रंथों में चन्द्रमा की 16वीं कला को 'अमा' कहा गया है। चन्द्रमंडल की 'अमा' नाम की महाकला है
मानव जीवन में हर व्यक्ति चाहता है कि मेरा जीवन सदैव हर प्रकार से खुशियाँ से भरा रहे और में
भारतीय ज्योतिष गणना के अनुसार ब्रह्माण्ड के तमाम ग्रह, नक्षत्रों व पिंडों के माध्यम से मानव जगत पर पढ़ने वाले
क्यों है भगवान शिवजी के मस्तक पर चंद्रमा? भगवान शिव जी का एक नाम भालचंद्र भी बहुत ही प्रसिद्ध है।