जब आपस में लड़ पड़े ब्रह्मा, विष्णु और महेश
मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को काल भैरव की जयंती (Kaal Bhairav Jayanti) के रूप में मनाया जाता है। इसे कालाष्टमी अथवा भैरवाष्टमी भी कहा जाता है। भगवान काल भैरव की पौराणिक कथा के अनुसार कहा जाता है कि अपने आप को श्रेष्ठ बताने के लिये अक्सर दूसरे को कम ताकतवर समझा जाता …