हनुमान पूजा : हनुमान जी की भक्ति भारतीय सनातन संस्कृति का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। शक्ति, भक्ति और निर्भयता के प्रतीक बजरंगबली को पूजने से न केवल मानसिक बल प्राप्त होता है, बल्कि जीवन की कठिनाइयों से लड़ने की शक्ति भी प्राप्त होती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि हनुमान पूजा के लिए विशेष रूप से मंगलवार और शनिवार को ही क्यों प्रमुख माना गया है? आइए इस लेख में हम आचार्य इन्दु प्रकाश जी के ज्योतिषीय दृष्टिकोण और पौराणिक तथ्यों के माध्यम से इस रहस्य पर प्रकाश डालते हैं।
शक्ति, भक्ति और संकटमोचन का स्वरूप: हनुमान जी
हनुमान जी को भगवान शिव का 11वां रूद्र अवतार माना गया है। राम भक्त हनुमान ने न केवल श्रीराम के लिए लंका विजय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, बल्कि मानवता के लिए आदर्श वीरता और सेवा की मिसाल भी कायम की।

हनुमान पूजा के लाभ
- मनोबल और आत्मविश्वास में वृद्धि
- नकारात्मक शक्तियों का नाश
- बुरी नजर से बचाव
- शनि की दशा और साढ़ेसाती में राहत
- व्यापारिक बाधाओं और कानूनी परेशानियों से मुक्ति
मंगलवार और शनिवार –हनुमान पूजा के विशेष दिन क्यों माने जाते हैं?
हनुमान जी की पूजा किसी भी दिन की जा सकती है, लेकिन मंगलवार और शनिवार के दिन को विशेष क्यों माना गया, इसके पीछे पौराणिक, ज्योतिषीय और आध्यात्मिक तर्क छिपे हैं।
मंगलवार – मंगल ग्रह का प्रभाव और हनुमान जी का संबंध
मंगलवार का संबंध मंगल ग्रह से है, जिसे ज्योतिष शास्त्र में क्रूर ग्रह माना गया है। यह ग्रह व्यक्ति के क्रोध, साहस, ऊर्जा और निर्णय क्षमता पर प्रभाव डालता है। यदि कुंडली में मंगल दोष या मांगलिक दोष है, तो हनुमान पूजा अत्यंत लाभकारी सिद्ध होती है।
आचार्य इन्दु प्रकाश जी के अनुसार, हनुमान जी की उपासना से मंगल दोष शांत होता है और मनुष्य को मानसिक शांति और निर्णय की स्पष्टता प्राप्त होती है। इसलिए मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ, सिंदूर अर्पण, और राम नाम का जाप विशेष फलदायी होता है।
शनिवार – शनि ग्रह की दशा और हनुमान जी की कृपा
शनिवार का संबंध शनि ग्रह से है। शनि को कर्मफल दाता और न्यायप्रिय माना गया है। जब शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही हो, तब जीवन में असफलता, बीमारी, दुर्घटनाएं और मानसिक तनाव बढ़ने लगता है।
पौराणिक कथा के अनुसार, शनि देव ने स्वयं हनुमान जी से वचन दिया था कि जो भी हनुमान जी की पूजा करेगा, शनि उसे कष्ट नहीं देगा। अतः शनिवार को हनुमान जी की उपासना करने से शनि दोष शांत होता है और जीवन में आने वाली रुकावटें समाप्त होती हैं।
आचार्य इन्दु प्रकाश जी का ज्योतिषीय दृष्टिकोण

हनुमान पूजा के माध्यम से ग्रहों का समाधान
आचार्य इन्दु प्रकाश जी, जो कि भारत के अग्रणी ज्योतिषाचार्य हैं, का मानना है कि यदि हनुमान पूजा विधिपूर्वक की जाए, तो यह न केवल मंगल और शनि जैसे ग्रहों को संतुलित करती है, बल्कि राहु-केतु जैसे छाया ग्रहों के प्रभाव को भी समाप्त करती है।
वे यह भी बताते हैं कुंडली विश्लेषण (Kundli Analysis) करने पे पता चलेगा कि हनुमान जी की पूजा विशेष रूप से किन लोगों द्वारा की जानी चाहिए, जिनकी कुंडली में।
- मंगल उच्च स्थिति में है (Over-Active Mars)
- मांगलिक दोष है
- शनि की साढ़ेसाती चल रही हो
- मानसिक तनाव और डर का अनुभव होता हो
- कार्यों में बार-बार विघ्न आता हो
हनुमान पूजा की विधि – मंगलवार और शनिवार को विशेष अनुष्ठान
आचार्य इन्दु प्रकाश जी द्वारा सुझाई गई पूजा-विधि इस प्रकार है:
हनुमान पूजा का समय
- सुबह 6 से 8 बजे के बीच या
- संध्या काल में सूर्यास्त के पश्चात
आवश्यक सामग्री
- लाल फूल, सिंदूर, चमेली का तेल
- राम नाम की पुस्तक
- हनुमान चालीसा
- गुड़ और चने का भोग
- नारियल और लाल वस्त्र
पूजा की विधि
- स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- हनुमान जी की मूर्ति या चित्र के सामने दीपक और अगरबत्ती जलाएं।
- “ॐ हनुमते नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।
- हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करें।
- सिंदूर अर्पित करें और चमेली का तेल लगाएं।
- अंत में राम नाम का जाप करते हुए आरती करें।
जीवन में हनुमान पूजा का प्रभाव
मानसिक शांति और आत्मबल
जो लोग मानसिक तनाव, डर, या अनजाने भय से ग्रसित रहते हैं, उनके लिए हनुमान पूजा मानसिक शक्ति और आत्मबल देने वाली सिद्ध होती है।
शत्रुओं से रक्षा और कानूनी मामलों में सफलता
हनुमान जी को ‘वीर’ और ‘शत्रुहंता’ भी कहा गया है। उनकी कृपा से कानूनी विवादों, मुकदमों और शत्रुओं से मुक्ति प्राप्त होती है।
नौकरी, व्यापार और करियर में वृद्धि
जो लोग करियर में रुकावट का अनुभव कर रहे हैं, उन्हें मंगलवार और शनिवार को विशेष पूजा करके अपने मार्ग की बाधाएं समाप्त करने का अवसर प्राप्त होता है।

हनुमान जी के विशेष मंत्र – आचार्य इन्दु प्रकाश जी द्वारा अनुशंसित
- ॐ अं अंगारकाय नमः – मंगल दोष निवारण हेतु
- ॐ हनुमते नमः – साधारण बाधाओं के लिए
- ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः – मंगल ग्रह की शांति हेतु
- ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः – शनि दोष से मुक्ति के लिए
निष्कर्ष – शक्ति, समाधान और संकल्प का दिन
मंगलवार और शनिवार केवल हफ्ते के दो सामान्य दिन नहीं हैं; ये वे दिन हैं जब आप स्वयं को ईश्वर से जोड़ सकते हैं, अपने ग्रह दोषों का समाधान कर सकते हैं और हनुमान जी की कृपा से अपने जीवन में स्थिरता और सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
आचार्य इन्दु प्रकाश जी का स्पष्ट संदेश है –
“भक्ति केवल पूजा तक सीमित नहीं होती, वह आपकी सोच और कर्म में भी प्रकट होनी चाहिए। हनुमान जी की पूजा तभी फलदायी होती है, जब आप अपने आचरण को भी निर्मल रखें।”
Acharya Indu Prakash Ji से व्यक्तिगत मार्गदर्शन प्राप्त करें
यदि आपकी कुंडली में ग्रह दोष हैं, बार-बार समस्याएं जीवन में आ रही हैं, या मानसिक अस्थिरता बनी हुई है, तो आज ही Acharya Indu Prakash Ji से संपर्क करें और व्यक्तिगत पूजा, ग्रह शांति और ज्योतिषीय उपायों के माध्यम से अपना जीवन बदलें।
Website: www.acharyainduprakash.com
Call Now: +91- 9971-000-226
अंत में यही कहा जा सकता है –
“शक्ति के साथ शांति चाहिए, तो हनुमान जी की शरण में आइए और मंगलवार व शनिवार को उन्हें समर्पित कर दीजिए।”
तो देर किस बात की?
आज ही ‘Acharya Indu Prakash Ji’ से संपर्क करें और जानें अपनी कुंडली के अनुसार कौन-सा ‘अक्षय उपाय’ आपकी किस्मत को बदल सकता है।
आपका एक कदम, आपके जीवन की दशा और दिशा दोनों बदल सकता है।
Appointment Book करें – www.Acharyainduprakash.com
आध्यात्मिक वस्तुएं, यंत्र, मंत्र और सिद्ध रत्न भी उपलब्ध हैं।
Acharya Indu Prakash Ji – आपकी किस्मत का ज्योतिषीय समाधान।