माता महालक्ष्मी व्रत से होगी धन की वृद्धि
नीके दिन जब आइहैं, बनत न लगिहैं देर जब एक हुआ तो दस होते दस हुए तो सौ की इच्छा है | सौ पाकर भी यह सोच हुआ की सहस्त्र हों तो अच्छा है | बस यही हाल है हम सब का जिसके पास जितना है उससे और अधिक की लालसा बनी रहती है हम …