कुंडली मिलान

कुंडली मिलान से शादी के योग: जानें कैसे करें सही वर-वधू का चयन

कुंडली मिलान: भारतीय संस्कृति में विवाह केवल दो व्यक्तियों का मिलन नहीं , बल्कि दो परिवारों , परंपराओं और संस्कृतियों का संगम माना जाता है । यही कारण है कि विवाह से पहले कुंडली मिलान की परंपरा आज भी सबसे विश्वसनीय मानी जाती है । कई लोग यह प्रश्न पूछते हैं कि “क्या सचमुच कुंडली मिलान से शादी के योग बनते हैं ?” इसका उत्तर है – हाँ । सही कुंडली मिलान न केवल पति-पत्नी के स्वभाव , सोच और जीवनशैली में सामंजस्य स्थापित करता है , बल्कि भविष्य में आने वाली कठिनाइयों का भी पूर्व संकेत देता है । आचार्य इंदु प्रकाश जी का कहना है कि यदि विवाह से पहले कुंडली का मिलान विधिपूर्वक और सही ढंग से किया जाए , तो वैवाहिक जीवन में स्थिरता और सुख-समृद्धि सुनिश्चित होती है । 

कुंडली मिलान से शादी के योग कैसे बनते हैं ? 

अष्टकूट मिलान – विवाह का आधार कुंडली मिलान की सबसे प्रचलित पद्धति है अष्टकूट मिलान । इसमें वर और वधू की जन्म कुंडली के आठ गुणों का आपस में मिलान किया जाता है । ये आठ कूट हैं वर्ण वश्य तारा योनि ग्रह मैत्री गण भकूट नाड़ी इन आठ कूटों के कुल 36 गुण होते हैं । यदि 18 या उससे अधिक गुण मिलते हैं तो विवाह योग्य माना जाता है । लेकिन यदि 28 या उससे अधिक गुण मिलें तो विवाह को अत्यंत शुभ और सफल माना जाता है । 

नाड़ी दोष और भकूट दोष यदि वर-वधू की कुंडली में नाड़ी दोष या भकूट दोष पाए जाएँ तो वैवाहिक जीवन में अस्थिरता , स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ और दांपत्य जीवन में मतभेद हो सकते हैं । लेकिन अनुभवी ज्योतिषाचार्य जैसे आचार्य इंदु प्रकाश जी उचित उपाय सुझाकर इन दोषों को शांत कर सकते हैं । 

मंगल दोष का महत्व 

मंगल दोष या मांगलिक दोष विवाह जीवन को गहराई से प्रभावित करता है । अगर किसी जातक की कुंडली में मंगल दोष है और उसका सही समाधान न किया जाए , तो विवाह में विलंब या दांपत्य जीवन में तनाव की संभावना बढ़ जाती है । आचार्य जी का विशेष ज्ञान इस दोष के निवारण में लोगों की बहुत सहायता करता है । 

कुंडली मिलान से मिलने वाले लाभ 

  • सही जीवनसाथी का चयन कुंडली मिलान यह दर्शाता है कि वर और वधू का स्वभाव और सोच एक-दूसरे के साथ कितनी मेल खाती है ।
  •  भविष्य की चुनौतियों की पहचान यह मिलान पहले से ही यह बता देता है कि भविष्य में किन-किन ग्रहों के कारण समस्याएँ आ सकती हैं और उनका समाधान क्या है । 
  • मानसिक और भावनात्मक संतुलन पति-पत्नी का सामंजस्य बढ़ता है और दोनों के बीच प्रेम व विश्वास मजबूत होता है । 
  • परिवारिक शांति जब विवाह का आधार सही कुंडली मिलान से होता है , तो परिवारिक जीवन में सुख और स्थिरता बनी रहती है ।

 

आचार्य इंदु प्रकाश जी से कुंडली मिलान क्यों कराएँ ? 

आजकल इंटरनेट पर ऑनलाइन कुंडली मिलान की सुविधाएँ बहुत मिलती हैं , लेकिन वे केवल अंक और गुणों का हिसाब देती हैं । असल में कुंडली मिलान केवल गणना का विषय नहीं है , बल्कि इसके पीछे गहन ज्योतिषीय ज्ञान और अनुभव की आवश्यकता होती है । आचार्य इंदु प्रकाश जी इस क्षेत्र में दशकों से अनुभव रखते हैं । वे केवल गुण मिलान तक सीमित नहीं रहते , बल्कि संपूर्ण जीवन की परिस्थितियों का अध्ययन कर विवाह का सही मार्गदर्शन देते हैं ।

आचार्य जी की विशेषताएँ 

अष्टकूट और दशकूट मिलान का गहन विश्लेषण । नाड़ी दोष , भकूट दोष और मंगल दोष का सटीक निदान । उपाय और मंत्रों द्वारा दोष शांति । विवाह में विलंब या समस्याओं का प्रभावी समाधान । हजारों सफल विवाहों का अनुभव । 2025 में विवाह योग और कुंडली मिलान 2025 कई जातकों के लिए विशेष विवाह योग लेकर आ रहा है । गुरु और शुक्र के विशेष संयोग कई राशियों के लिए विवाह का उपयुक्त समय बना रहे हैं ।

लेकिन यह योग केवल सामान्य भविष्यफल तक सीमित नहीं है । सही जानकारी के लिए व्यक्तिगत कुंडली रिपोर्ट और कुंडली मिलान ज़रूरी है । आचार्य इंदु प्रकाश जी बताते हैं कि आने वाले वर्ष में मेष , कर्क और तुला राशि के जातकों के लिए विवाह योग मजबूत हैं । मकर और वृश्चिक राशि वालों को अभी सतर्क रहना होगा और उचित समय की प्रतीक्षा करनी चाहिए । विवाह में आ रही अड़चनों का समाधान विशेष उपायों से संभव है । 

विवाह में कुंडली दोष निवारण के उपाय 

  • मंगल दोष के लिए हनुमान चालीसा का नियमित पाठ करें । 
  • मंगलवार को हनुमान जी के मंदिर में प्रसाद चढ़ाएँ । 
  • आचार्य इंदु प्रकाश जी से विशेष मांगलिक शांति अनुष्ठान कराएँ । 
  • नाड़ी दोष के लिए भगवान शिव और देवी पार्वती की आराधना करें । 
  • शिव पार्वती विवाह स्तोत्र का पाठ करें । 
  • योग्य आचार्य से नाड़ी दोष शांति पूजा करवाएँ । 
  • भकूट दोष के लिए विशेष ग्रह शांति यज्ञ का आयोजन करें । 
  • विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें । 

विवाह से पहले कुंडली मिलान के आधुनिक महत्व 

आज के समय में कई लोग सोचते हैं कि कुंडली मिलान केवल परंपरा है । लेकिन यदि हम वास्तविकता को देखें , तो यह केवल धार्मिक मान्यता ही नहीं बल्कि जीवन को स्थिर और सुरक्षित बनाने का साधन भी है । यह वैज्ञानिक रूप से भी ऊर्जा संतुलन का काम करता है । दो अलग-अलग जीवन को जोड़ने से पहले मानसिक और आध्यात्मिक मेल का आकलन करता है । यह निर्णय लेने में परिवारों को आत्मविश्वास देता है । 

आचार्य इंदु प्रकाश जी का संदेश आचार्य जी हमेशा कहते हैं – “विवाह जीवन का सबसे बड़ा निर्णय है , इसे भाग्य या संयोग पर न छोड़ें । कुंडली मिलान कराएँ , सही जीवनसाथी चुनें और सुखद दांपत्य जीवन जिएँ ।” उनके अनुसार , यदि विवाह से पहले कुंडली मिलान विधिपूर्वक हो जाए तो वैवाहिक जीवन में आने वाली 70 परसेंट कठिनाइयाँ पहले ही टल सकती हैं । 

निष्कर्ष 

कुंडली मिलान से शादी के योग केवल अंक या गुणों की गणना भर नहीं है , बल्कि यह जीवन की सबसे महत्वपूर्ण यात्रा की सही शुरुआत है । विवाह का निर्णय सोच-समझकर और ज्योतिषीय मार्गदर्शन के साथ लेना चाहिए । यदि आप भी अपने विवाह को सफल और सुखमय बनाना चाहते हैं , तो आचार्य इंदु प्रकाश जी से परामर्श लें । उनका गहन अनुभव और समाधान आपके जीवन की दिशा बदल सकता है ।

अंत में यही कहा जा सकता है –
“शक्ति के साथ शांति चाहिए, तो हनुमान जी की शरण में आइए और मंगलवार व शनिवार को उन्हें समर्पित कर दीजिए।”

तो देर किस बात की?
आज ही ‘Acharya Indu Prakash Ji’ से संपर्क करें और जानें अपनी कुंडली के अनुसार कौन-सा ‘अक्षय उपाय’ आपकी किस्मत को बदल सकता है।

आपका एक कदम, आपके जीवन की दशा और दिशा दोनों बदल सकता है।

Appointment Book करें – www.Acharyainduprakash.com
आध्यात्मिक वस्तुएं, यंत्र, मंत्र और सिद्ध रत्न भी उपलब्ध हैं।
Acharya Indu Prakash Ji – आपकी किस्मत का ज्योतिषीय समाधान।

Leave a Comment