देवेश्वर कहे जाने वाले दो मुखी रुद्राक्ष (Rudraksha) में शिव पार्वती दोनों का वास माना जाता है | यह रुद्राक्ष काफी दुर्लभ एंड कल्याणकारी माना गया है |
किसी भी रुद्राक्ष (Rudraksha) की पहचान उसमे मौजूद रेखाओं से होता है | जितनी रेखाएं रुद्राक्ष में होती हैं. उस रुद्राक्ष के उतने हे मुख होते हैं | दो मुखी रुद्राक्ष से आपकी हर तरह की परेशनियां दूर होती हैं
इसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल मन को संतुलित रखने में किया जाता है | फेफडे संबंधी समस्याओं में या अस्थमा की बीमारी में या जो लोग मोटापे के शिकार हैं या जिन्हें बार या जर्दी ज़ुखाम जैसी बिमारियों में आपका दो मुखी रुद्राक्ष (Rudraksha) पहनना लाभदायक होगा | इसके आलावा आपको दो मुखी रुद्राक्ष पहनने से दांपत्य जीवन में, झगडे या कर्जमुक्ति, गृह क्लेश जैसी परेशानियों में आपकी मदद करता है | इसके आलावा आप इसे नकारात्न्म्क शक्तियों को अपने से दूर रखने के लिए फन कटे हैं |
दो मुखी रुद्राक्ष धारण करने की विधि :-
सबसे पहले स्नान कर रुद्राक्ष (Rudraksha) को पंचामृत से साद करें और फिर गंगाजल से स्नान कराएं | फिर मंदिर में उसे लाल कपड़े पर रख कर उसकी पूजा करें | पूजा करने के पश्चात रुद्राक्ष को धारण करें |
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