
भगवान श्री कृष्ण के जन्म के उपलक्ष में मनाया जाने वाला त्यौहार जन्माष्टमी (Janmashtami 2019) बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है | यह त्यौहार हर भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन मनाया जाता है | इस बार यह त्यौहार 24 अगस्त के दिन मनाया जायेगा | इस दिन कईं मन्दिरों में झांकियां निकलती हैं और श्री कृष्ण को झुला झुलाया जाता है | साथ ही साथ रासलीला का आयोजन भी किया जाता है |
माना जाता है की, श्री कृष्ण देवकी और वासुदेव के आंठवे पुत्र थे | श्री कृष्ण के मामा मथुरा नगरी के बहुत अत्याचारी राजा थे | कंस के पापों का घड़ा भर जाने के बाद आकाशवाणी होती है की उसकी बहन देवकी का आंठवा पुत्र ही उसका वध करेगा | यह सुन वसुदेव और देवकी को कंस एक कालकोठरी में बंद कर देते हैं | इसके बाद कंस एक के बाद एक अपनी बहन के सात संतानों को मार देता है | फिर जब श्री कृष्ण का जन्म होता है तब भगवान विष्णु वासुदेव को आदेश देते हैं की श्रीकृष्ण को गोकुल में यशोदा माता और नंद बाबा के पास पहुंचा आएं | जहाँ श्री कृष्ण कंस के प्रकोप से बच जाएँ | तभी से उनके जन्म की ख़ुशी में हर वर्ष जन्माष्टमी (Janmashtami 2019) का उत्सव मनाया जाता है |
इसी उपलक्ष में धी हांड़ी की प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाता है | इस प्रतियोगिता में लडकों का एक समूह एक के उपर एक चढ़ता है और काफी ऊँचाई पर लटकी हुई दही की हांड़ी को फोड़ता है | इसी और मुश्किल बनाने के लिए आस पास के लोग लडकों पर पानी फेंकते हैं | हांड़ी पहले फोड़ने वाला समूह जीत जाता है | इस प्रतियोगिता के ज़रिए लोग श्री कृष्ण को याद करते हैं क्योंकि वे बचपन में ऐसी ही सबके घरों में जा कर हांड़ी में से धी चुराते थे |
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