रिश्तों का टूटना सिर्फ भावनात्मक पीड़ा नहीं देता, बल्कि इंसान की सोच, विश्वास और जीवन के संतुलन को भी प्रभावित करता है । अक्सर लोग ब्रेकअप को केवल परिस्थितियों, गलतफहमियों या व्यवहारिक कारणों से जोड़ते हैं । परंतु ज्योतिष बताती है कि कई बार कुंडली के ग्रह दोष भी रिश्तों के टूटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
अगर आप अपने प्रेम संबंध में लगातार अस्थिरता, तनाव या दूरियां महसूस कर रहे हैं, तो संभव है आपकी कुंडली में ग्रहों की स्थिति उसके लिए जिम्मेदार हो। ज्योतिषीय समाधान और सटीक मार्गदर्शन के लिए Word’s best Astrologer – Acharya Indu Prakash Ji का अनुभव और विशेषज्ञता हजारों लोगों की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव ला चुका है।
ब्रेकअप के ज्योतिषीय कारण रिश्तों के टूटने की वास्तविक वजहें
हर ब्रेकअप किसी एक घटना का परिणाम नहीं होता, बल्कि ग्रहों की चाल और योग भी मनोवृति, व्यवहार और भावनाओं को प्रभावित करते हैं। ब्रेकअप के ज्योतिषीय कारण मुख्य रूप से निम्न ग्रहों की स्थिति से उत्पन्न होते हैं :
- कमज़ोर शुक्र प्रेम और आकर्षण पर असर
- अशुभ मंगल स्थितियां गुस्सा, टकराव
- असहमति शनि की बाधा दूरी, गलतफहमियां , समय की समस्याएं
- राहु-केतु का भ्रम और अस्थिरता
Acharya Ji बताते हैं कि सही ज्योतिषीय विश्लेषण प्रेम संबंधों में स्पष्टता और समाधान दोनों प्रदान कर सकता है।
कुंडली में ब्रेकअप के ग्रह दोष: क्यों बिगड़ते हैं प्रेम संबंध?
जब कुंडली में अशुभ ग्रह या दोष सक्रिय होते हैं, तो संबंध चाहे जितना मजबूत हो—उसमें दरार आने लगती है । कुंडली में ब्रेकअप के ग्रह दोष इनमें शामिल होते हैं
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कमजोर अथवा पीड़ित शुक्र
शुक्र प्रेम: आकर्षण और रिश्ते की मिठास का कारक है। जब यह ग्रह पीड़ित हो जाता है, तो रिश्ते में भावनात्मक दूरी कम होना आपसी समझ की कमी तकरार बढ़ना स्वाभाविक हो जाता है
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राहु-केतु का प्रभाव
दोनों ग्रह रिश्तों में भ्रम, संदेह और अस्थिरता पैदा करते हैं, जिससे छोटी बातें भी बड़े विवाद में बदल सकती हैं।
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सप्तम भाव में अशुभ ग्रह
सप्तम भाव विवाह और रिश्तों का घर है। यहां अशुभ ग्रह की मौजूदगी से रिश्ता कमजोर हो सकता है।
मंगल दोष: ब्रेकअप गुस्सा, टकराव और गलतफहमियां
दोष और ब्रेकअप का संबंध बहुत गहरा है । मंगल ऊर्जा, गुस्सा, साहस और निर्णय क्षमता का कारक है। जब मंगल प्रतिकूल स्थिति में होता है, तो रिश्ते में तकरार अनबन अप्रत्याशित बहस समझ की कमी एक-दूसरे पर आरोप जैसी स्थितियां जन्म लेती हैं। मंगल दोष वाले लोगों को थोड़ी-सी बात पर गुस्सा आ जाता है, और उनकी प्रतिक्रिया कई बार रिश्तों को तोड़ने की दिशा में ले जाती है। Acharya Indu Prakash Ji के अनुसार, मंगल दोष का सही उपाय करने से रिश्तों में शांति और स्थिरता वापस आती है।
शनि दोष का प्रेम संबंधों पर असर दूरी और गलतफहमियों का बढ़ना
शनि दोष का प्रेम संबंधों पर असर बेहद गहरा और सूक्ष्म होता है। शनि जीवन में जिम्मेदारी, धैर्य और समय का कारक है, लेकिन जब यह प्रतिकूल होता है, तो रिश्ते पर इसका असर दिखाई देता है अनावश्यक दूरियां संवाद की कमी रिश्ते को लेकर कम गंभीरता समय न दे पाने की समस्या लगातार गलतफहमियां शनि की बाधा वाले रिश्तों में पार्टनर एक-दूसरे को समझ नहीं पाते और गलतियों का बोझ बढ़ता जाता है।
प्रेम संबंध टूटने के ग्रह दोष, कब होता है रिश्ता खत्म ?
कई बार कुंडली में मौजूद ग्रह दोष इतने अधिक प्रभावी हो जाते हैं कि रिश्ता बचाना मुश्किल हो जाता है। प्रेम संबंध टूटने के ग्रह दोष का असर तब दिखता है जब शुक्र पूरी तरह पीड़ित हो राहु मानसिक भ्रम बढ़ाए केतु दूरी और ठंडापन लाए मंगल गुस्सा बढ़ाए शनि समय और विश्वास की परीक्षा ले ऐसे में प्रेम संबंध धीरे-धीरे टूटने की स्थिति में आ जाते हैं। लेकिन सही समय पर ज्योतिषीय मार्गदर्शन और उपाय किए जाएं, तो कई रिश्ते दोबारा मजबूत बन सकते हैं।
Acharya Indu Prakash Ji रिश्तों को बचाने वाले सटीक उपाय और मार्गदर्शन
Acharya Indu Prakash Ji भारत के सबसे प्रतिष्ठित और विश्वसनीय ज्योतिषाचार्यों में से एक हैं। उनकी विशेष सेवाओं में शामिल है प्रेम संबंध और विवाह संबंधी विस्तृत सलाह कुंडली दोष निवारण मंगल दोष और शनि दोष के उपाय पर्सनलाइज्ड शादी एवं रिलेशनशिप गाइडेंस रत्न, यंत्र और पूजा उपाय उनके मार्गदर्शन से हजारों लोगों ने अपने टूटते रिश्तों में फिर से स्थिरता और प्रेम पाया है।
समापन ग्रह दोष जीवन का अंत नहीं—उपाय है समाधान
अगर आपके रिश्ते में तनाव, दूरी या टूटने की स्थिति है, तो पहले अपनी कुंडली की गहराई से जांच अवश्य कराएं। ग्रह दोषों को समझकर समय रहते उपाय करने से रिश्ता फिर से पहले जैसी मजबूती पा सकता है। Acharya Indu Prakash Ji का मार्गदर्शन प्रेम जीवन में स्पष्टता और शांति लाने के लिए सबसे विश्वसनीय विकल्प है ।

