शनि सम्बन्धी परेशानियों में 14 मुखी रुद्राक्ष (14 mukhi rudraksha) बहुत लाभदायक है | इसे महाशनी भी कहा जाता है क्योंकि इस पर शनि का प्रभाव है | साथ ही इस पर भगवान शिव का आशीर्वाद भी बना रहता है | इस रुद्राक्ष से सम्बन्धित मान्यता है की जो व्यक्ति इस रुद्राक्ष को कपाल के मध्य में धारण करता है, उसकी पूजा स्वयं देवता और ब्राह्मण करते हैं ।
14 मुखी रुद्राक्ष (14 mukhi rudraksha) हनुमान जी का अवतार भी माना जाता है, मतलब इसके धारक को हनुमान जी के साथ ही भगवान शिव का आशिर्वाद भी मिलता है |
14 मुखी रुद्राक्ष (14 mukhi rudraksha) धारण करने के लाभ:-

– इसे धारण करने से व्यक्ति के पितरों की शुद्धि होती है।
– व्यक्ति की यश-कीर्ति में भी बढ़ोतरी होती है।
– भविष्य को उज्ज्वल बनाने में भी हमारी मदद करता है।
– सोचने-समझने की शक्ति में बढौतरी करता है।
– छटी इंद्री (Sixth Sense) जागृत करता है |
यह रुद्राक्ष हृदय, आंख, त्वचा सम्बन्धी विकार, मनोविकार और छालों संबंधी रोग में बहुत ही सहायक है। साथ ही कमजोरी, पेटदर्द, लकवा, मिर्गी, सुनने में परेशानी या घुटनों संबंधी परेशानी को दूर करने में भी यह रुद्राक्ष बहुत मदद करता है।
14 मुखी रुद्राक्ष रण करने की विधि:-
धारण करने से पहले रुद्राक्ष को गंगाजल से स्नान करा कर शुद्ध करे और फिर इसकी पूजा करें | फिर मंदिर में उसे लाल कपड़े पर रख कर उसकी पूजा करें | फिर ऊँ नमः शिवाय मंत्र का जप करें | इसके बाद आप रुद्राक्ष धारण कर सकते हैं |
अगर आपको 14 मुखी रुद्राक्ष प्राप्त करना है तो आप Astro E Shop वेबसाइट पर प्राप्त कर सकते हैं | इस वेबसाइट पर सही नक्षत्रों में बने रुद्राक्ष, रत्न और यंत्र मिलते हैं |
#14MukhiRudraksha #fourteenFaceRudraksha #fourteen #faced #Rudraksha #HanumanRudrakasha #shivaRudrakasha