क्या है कर्मयोग, क्यों है ये सर्वोच्च ज्ञान
भगवान् कृष्ण ने गीता में चार प्रकार के योगों का वर्णन किया है- ज्ञानयोग, भक्तियोग, कर्मयोग और राजयोग | जिसमें कर्मयोग को सर्वोच्च बताया है | मनुष्य जन्म से मृत्यु तक निरंतर मानसिक और शारीरिक क्रियाएं करता रहता है जिन्हें कर्म कहते है | ये क्रियाएं दो प्रकार की होती है- ऐच्छिक और अनैच्छिक | […]
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