वैसाख मास की पूर्णिमा के दिन कुर्म जयंती (Kurma Jayanti 2019) का पर्व मनाया जाता है | हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार भगवान विष्णु ने समुद्र मंथन में सहायता करने के लिए एक कुर्म यानि की एक कछुए का अवतार लिया था, ताकि वह अपनी पीठ पर मंदराचल पर्वत को धारण कर सकें |

कथाओं के अनुसार विष्णु के इस रूप में उनके कच्छप रूप के दर्शन होते हैं | एक कथा के अनुसार, दैत्यराज बली के राज में दांव और दैत्य बहुत शक्तिशाली हो गए थे | उन्हें दैत्यगुरु शुक्राचार्य की महाशक्ति भी प्राप्त थी |
महर्षि दुर्वासा के श्राप की वजह से, देवराज इंद्र शक्तिहीन हो जाते हैं | इस अवसर का दैत्यराज बली ने फायेदा उठाया | उसने तीनों लोकों पर अपना राज्य स्थापित किया | तब सभी देवता ब्रह्मा जी के साथ विष्णु भगवान के पास जाते हैं | विष्णु भगवान यह विपदा सुन दैत्यों के साथ समुद्र मंथन की सलाह देते हैं | मंथन से निकले अमृत का पान कर देवताओं में दैत्यों का खात्मा करने का सामर्थ मिल सकता था |

तब समुद्र मंथन के लिए मंदराचल पर्वत को मथानी एवं नागराज वासुकि को नेती बनाया जाता है | तब मंदराचल पर्वत को उखाड़ कर समुद्र में डाला जाता है तभी वह डूबने लगता है |
तब विष्णु भगवान कच्छप अवतार ले कर अपनी पीठ पर रखते हैं | तब लोकपाल दिक्पाल उनकी कूर्म आकृति में स्थित हो जाते हैं और भगवान कूर्म की विशाल पीठ पर पर्वत घुमने लगाता है | तो इसी प्रकार समुद्र मंथन सम्पन्न हुआ |
वास्तु दोष को दूर करने के लिया कुर्म जयंती (Kurma Jayanti 2019) के दिन बहुत से उपाय किये जाते हैं | साथ ही ग्रह प्रवेश के लिए आज का दिन बहुत अच्छा है |
कुर्म जयंती (Kurma Jayanti 2019) के दिन किये जाने वाले उपायों के बारे में जानने के लिए या अपने जीवन से जुडी कोई भी समस्या के समाधान के बारे में जानने के लिए आचार्य इंदु प्रकाश जी से मिलिए और पाईये अपनी सभी समस्याओं का समाधान |
#vastuDosha #grahParvesh #kurmiJayanti #kurmaJayanti #kurma #Jayanti #acharyaInduPrakash #indiaBestAstrologer #bestAstrologerInGurugram #bestAstrologyScience #vedicScience #vedicAstrology #numerology #vastuConsultant #bestVastuConsultant