हर माता-पिता अपने पुत्र-पुत्री के लिए योग्य वर ढुंढना तो पहले से ही शुरु कर देते हैं। लेकिन विवाह (Marriage) के लिए शुभ समय, शुभ मुहूर्त का इंतजार करते हैं। उनका यह इंतजार उनकी चिंता बढ़ाता हैं। हर वो लड़की-लड़का जो अपने जीवन के सबसे सुनहरे पल का बेसबरी से इंतजार कर रहे होते है। उनका ये इंतजार खत्म हो गया। आश्विन शुक्ल पक्ष यानि नवरात्री के पहले दिन से ही विवाह के ढोल-नगाड़े सुनाई देने लगते हैं। लेकिन वही दुसरी ओर कुछ ऐसे माता-पिता अपने बच्चों के विवाह ना हो पाने के कारण चिंता में डुब जाते हैं। क्योकिं उनके बच्चों के विवाह में कोई ना कोई बाधा आ ही जाती है। और माता-पिता को उनके जवान बच्चों की चिंता ओर अधिक सताने लगती हैं। लेकिन उन्हें घबराने की जरुरत नहीं हैं |

आज हम ऐसे ही कुछ उपायों को लेकर आए हैं जिनके उपयोग के बाद आपका इंतजार खत्म हो जाएगा। और जल्द ही आपको भी आपकी शादी (marriage) की शहनाई सुनाई देने लगेगी |
- जिन लोगों को शादी के लिए योग्य वर या वधु नही मिल रहे हैं, उन्हें भगवान शंकर और पार्वती जी की एक साथ पूजा करनी चाहिए।
- सोमवार के दिन व्रत करना चाहिए और चने की दाल व दुध किसी ब्राह्मण को दान देनी चाहिए।
अपने या अपने किसी परिचित के विवाह में अडचनें दूर करने के लिए आचार्य इंदु प्रकाश जी से परामर्श प्राप्त करें |
- यदि आपके कुंडली में गुरू ग्रह कमजोर है तो पीले रंग का रूमाल हमेशा अपने पास रखें। साथ ही इस दिन पीली वस्तुओं का दान करें।
- विवाह में देरी का कारण राहू हो तो शनिवार के दिन बहते हुए जल में एक नारियल प्रवाहित करना चाहिए।
- मांगलिक होने के कारण अगर विवाह में अड़चनें आ रही है तो प्रत्येक मंगलवार श्री मंगल चंडिका स्त्रोत का पाठ करें। साथ ही लाल मूंगे की माला से ‘ॐ ह्री श्री क्ली सर्व पूज्य देवी मंगल चण्डिके हूँ फट स्वाह’ मंत्र का जप करें।
- कुंडली में सूर्य की वजह से विवाह (marriage) में बाधा उत्पन्न हो रही हो तो प्रतिदिन ब्रह्ममुहूर्त में सूर्य को जल चढ़ाएं और ‘ॐ सूर्याय: नम:’ इस मंत्र का जप करें।