हिन्दू धर्म की मान्यताओं के अनुसार दान (Donation) करना सबसे बढ़ा पुण्य है | किसी भी व्यक्ति की कुंडली में जब कोई ग्रह का दोष नीकलता है तब उस व्यक्ति को किसी ना किसी खास वस्तु का दान करने की सलाह दी जाती है | हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक हर व्यक्ति को अपनी सामर्थ अनुसार दान (Donation) करते रहना चाहिए |
आज हम ऐसे ही दान (Donation) के कुछ प्रकार के बारे में बतायेंगे | सबसे पहले बात करते हैं गौ दान की |

गौ दान – सभी तरह के दानों में गौ दान (Gau Daan) का काफी महत्व है | सही तरीके से किया गया गौ दान मरने के बाद आत्मा की शांति, आर्थिक मानसिक शारीरिक समस्याओं को नष्ट करता है |
कन्यादान – कन्यादान (Kanyadaan) सभी तरह के दानों में सबसे ज़्यादा महत्व रखने वाला दान है | जिन माता पिता को अपनी पुत्री का कन्यादान करने का सौभग्य प्राप्त होता है उनके लिए इससे बड़ा पुण्य कोई नही है | कन्यादान करने के बाद उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है और स्वर्ग का द्वार भी उनके लिए खुल जाता है |

अन्नदान – किसी भी ज़रुरतमंद को अन्नदान (Anndaan) करने से माना जाता है की आपके जीवन में कभी भी अन्न की कमी नहीं होगी | बिना पके अन्न का दान करें तो उससे ज्यादा पुण्य मिलता है |
वस्त्र दान – जो व्यक्ति वस्त्रों का दान (Clothes Donation) करता है उसको जीवन में कभी भी आर्थिक समस्याओं का सामना नही करना पढ़ता | वस्त्र दान करते समय ध्यान रहे की फटे पुराने वस्त्रों का दान नही करना चाहिए | जिस स्तर के कपड़े आप खुद पहनते हैं उसी स्तर के कपड़े दान मिओं दें |
मान्यता है की जो व्यक्ति दान करता है उसे आनंद मिलता है साथ ही भगवान की कृपा उसके साथ रहती है | ध्यान रहे की दान उसी व्यक्ति को करें जो व्यक्ति दान की गयी वस्तु का उपयोग करे |
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