क्या है रक्षा बंधन की कहानी

वर्ष में एक दिन ऐसा आता है जिसका हर भाई बहन को इंतज़ार रहता है | यह त्यौहार हर श्रावण मॉस की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है जिसे हम सभी रक्षा बंधन (Raksha Bandhan 2019) कहते हैं | और हर साल की तरह इस साल भी यह त्यौहार 15 अगस्त के दिन हर्षो उल्लास के साथ मनाया जायेगा | हर साल बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है | राखी बंधवाते समय भाई अपनी बहन को जीवनभर उसकी रक्षा करने का वचन देता है | इस त्यौहार से जुडी समाज में कई कथाएं हैं |

मान्यता है की इस त्यौहार की शुरुआत प्राचीन काल से हुई जब असुरों ने देवताओं के विरुद्ध युद्ध छेड़ा हुआ था | 12 साल तक युद्ध लड़ने के बाद असुरों ने देवताओं को हरा कर तीनों लोकों पर कब्ज़ा कर लिया | ऐसा होने के बाद देवराज इंद्र देवताओं के गुरु बृहस्पति  के पास जाकर अपना राज्य पुन: प्राप्त करने के लिए सलाह मांगते हैं | बृहस्पति देवराज इंद्र को मंत्रोच्चारण के साथ रक्षा विधान करने के लिए कहते हैं | श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन गुरू बृहस्पति रक्षा विधान संस्कार आरंभ करते हैं । इस रक्षा विधान के दौरान मंत्रोच्चारण से रक्षा पोटली को मजबूत किया जाता है । पूजा के बाद इस पोटली को देवराज इंद्र की पत्नी शचि ने देवराज इंद्र के दाहिने हाथ पर बांधा। इसकी ताकत से ही देवराज इंद्र असुरों को हरा कर अपना राज्य पुन: प्राप्त करने में कामयाब होते हैं |

हालाँकि आज के समय में रक्षा बंधन (Raksha Bandhan 2019) त्यौहार भाई बहन के प्यार का प्रतिक बन गया है | यह त्यौहार हर साल आता है और सभी भाई बहन के रिश्तों में पहले से ज्यादा प्यार और मिठास भर देता है |

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